Principle
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Nutrient Value
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Percentage of RDA
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Energy
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310
Kcal
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15.5%
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Carbohydrates
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65.37 g
|
50%
|
Protein
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11.43 g
|
21%
|
Total
Fat
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5.85 g
|
29%
|
Cholesterol
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0 mg
|
0%
|
Dietary
Fiber
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3.9 g
|
10%
|
Vitamins
|
||
Folates
|
93 µg
|
23%
|
Niacin
|
1.46 mg
|
9%
|
Pyridoxine
|
1.010
mg
|
77%
|
Riboflavin
|
0.267
mg
|
20%
|
Vitamin
A
|
530 IU
|
18%
|
Vitamin
C
|
80.8 mg
|
135%
|
Electrolytes
|
||
Sodium
|
148 mg
|
10%
|
Potassium
|
1724 mg
|
37%
|
Minerals
|
||
Calcium
|
111 mg
|
11%
|
Copper
|
0.328
mg
|
37%
|
Iron
|
11.10
mg
|
139%
|
Magnesium
|
264 mg
|
66%
|
Manganese
|
28.408
mg
|
1235%
|
Phosphorus
|
252 mg
|
36%
|
Selenium
|
5.6 µg
|
10%
|
Zinc
|
1.09 mg
|
10%
|
Friday, 19 September 2014
Saffron USDA Nutrition chart:
Wednesday, 17 September 2014
क्या गर्भावस्था के दौरान केसरयुक्त दूध पीना सुरक्षित हैं और क्या यह मेरे बच्चे के रंग को प्रभावित करेगा?
हाँ, केसर दूध पीने से कोई नुकसान नहीं है। लेकिन केसर या जाफरान का सेवन
संतुलित मात्रा में ही करें और वह ही सावधानी बरतें जो आप किसी भी घरेलु
नुस्खे या जड़ी बूटी के इस्तमाल में करती हों ।
अध्ययनों से पता चलता है कि रक्तचाप और गर्भावस्था में होने वाली मनोदशा को कम कर सकते हैं । लेकिन बड़ी मात्रा में, यह एक गर्भाशय उत्तेजक के रूप में कार्य करता है और संकुचन प्रारंभ कर सकता है ।
परंपरागत रूप से माना जाता है की, केसर चिकित्सा गुणों से प्रचुर है । माना
जाता है यह ऐंठन दूर करता है, अत: जब आप इसे गर्भावस्था में लेंगी तो हो
सकता है की आपको ऐंठन और पेट दर्द से कुछ आराम भी मिले। साथ ही यह भी माना
जाता है की पाचन-प्रणाली को सुधारने के अलावा यह गर्भवती महिला की भूख की
वृद्धि भी करता है।
बहरहाल, आप इसे गर्भावस्था में किसी भी समय लेना आरंभ कर सकती हैं। दूध प्रोटीन और कैल्षियम का उत्कृश्ट स्रोत है और केसर में प्राकृतिक चिकित्सीय गुण हैं। गर्भावस्था के दौरान दूध का एक गिलास केसर दो तार डालना ठीक है। आप स्वाद के लिए अन्य व्यंजनों में भी केसर का प्रयोग कर सकती हैं। है। बिरयानी, खीर, लस्सी और परम्परागत भारतीय मिश्ठानों में केसर एक अहम भूमिका निभाता है।
यह अवश्य ध्यान रखें की जो केसर आप खरीदती है वोह उच्च क्वालिटी का हो। केसर अक्सर मिलावटी पाया जाता है. हमेशा ब्रांडेड पैकेट खरीदें, जो आईएसआई चिह्नित हैं और और जिसे सरकार की मंजूरी दी गयी है । हमेशा लेबल को पढ़ने और समाप्ति तिथियों की जांच करें।
अक्सर गर्भावस्था के दौरान घर के बढे बूढ़े प्रतिदिन केसर युक्त दूध पीने की सलाह देते हैं। कुछ लोगों का यह मानना है की ऐसा करने से बच्चे की रंगत में निखर आएगा । यह एक मिथक है तथा इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। आपके बच्चे का रंग आनुवंषिक है न कि किसी किस्म के खाने से उसका संबंध है। यदि आपकी या आपके पति या फिर आप दोनों के नज़दीकी रिश्तेदारों का रंग साफ़ है तो हो सकता है आपके बच्चे की त्वचा भी गोरी हो।
बहरहाल, आप इसे गर्भावस्था में किसी भी समय लेना आरंभ कर सकती हैं। दूध प्रोटीन और कैल्षियम का उत्कृश्ट स्रोत है और केसर में प्राकृतिक चिकित्सीय गुण हैं। गर्भावस्था के दौरान दूध का एक गिलास केसर दो तार डालना ठीक है। आप स्वाद के लिए अन्य व्यंजनों में भी केसर का प्रयोग कर सकती हैं। है। बिरयानी, खीर, लस्सी और परम्परागत भारतीय मिश्ठानों में केसर एक अहम भूमिका निभाता है।
यह अवश्य ध्यान रखें की जो केसर आप खरीदती है वोह उच्च क्वालिटी का हो। केसर अक्सर मिलावटी पाया जाता है. हमेशा ब्रांडेड पैकेट खरीदें, जो आईएसआई चिह्नित हैं और और जिसे सरकार की मंजूरी दी गयी है । हमेशा लेबल को पढ़ने और समाप्ति तिथियों की जांच करें।
अक्सर गर्भावस्था के दौरान घर के बढे बूढ़े प्रतिदिन केसर युक्त दूध पीने की सलाह देते हैं। कुछ लोगों का यह मानना है की ऐसा करने से बच्चे की रंगत में निखर आएगा । यह एक मिथक है तथा इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। आपके बच्चे का रंग आनुवंषिक है न कि किसी किस्म के खाने से उसका संबंध है। यदि आपकी या आपके पति या फिर आप दोनों के नज़दीकी रिश्तेदारों का रंग साफ़ है तो हो सकता है आपके बच्चे की त्वचा भी गोरी हो।
source: http://www.babycenter.in
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